सर्व-मानव में तृप्ति की अपेक्षा है।
भक्ति-विरक्ति विधि से तृप्ति का प्रमाण नहीं मिला। सुविधा-संग्रह विधि से भी तृप्ति का प्रमाण नहीं मिला।
प्रश्न: तृप्ति के लिए क्या किया जाए?
उत्तर: स्वयं में विश्वास संपन्न हुआ जाए।
यह उत्तर मध्यस्थ-दर्शन के अनुसन्धान से निकला।
स्वयं में विश्वास शिक्षा (अध्ययन) विधि से आएगा, उपदेश विधि से आएगा नहीं। घटना विधि से आएगा नहीं। मेरे तृप्त हो जाने मात्र से सभी तृप्त हो जायेंगे - ऐसा होता नहीं।
- बाबा श्री नागराज शर्मा के साथ संवाद पर आधारित (अगस्त २००६)
No comments:
Post a Comment