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Friday, July 11, 2008

कारण गुण गणित

कारण-गुण-गणित तीनो मिला कर ही मानव-भाषा है।

विज्ञान ने गणितात्मक भाषा को अपनाया - गुण और कारण को छोड़ दिया। बिना कारण और गुण के जब गणित को पकड़ने गए, तो विखंडन विधि को अपना लिए, वस्तु-मूलक गणित को छोड़ दिए।

भक्ति-वाद गुणात्मक भाषा को अपनाया - कारण और गणित को छोड़ दिया।

अध्यात्मवाद कारणात्मक भाषा को अपनाया - गुण और गणित को छोड़ दिया।

इस तरह विज्ञान (भौतिकवाद), भक्ति-वाद, और अध्यात्मवाद तीनो एक पैर पर खड़े हैं। जबकि कारण-गुण-गणित तीनो से मानव को वस्तु-बोध होता है।

कारण विधि - ज्ञान
गुण विधि - सोच-विचार (समाधान)
गणित विधि - गणना

- बाबा श्री नागराज शर्मा के साथ संवाद पर आधारित (जून २००८, बंगलोर)

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