This blog is for Study of Madhyasth Darshan (Jeevan Vidya) propounded by Shree A. Nagraj, Amarkantak. (श्री ए. नागराज द्वारा प्रतिपादित मध्यस्थ-दर्शन सह-अस्तित्व-वाद के अध्ययन के लिए)
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Saturday, January 24, 2009
चयन - आस्वादन
भ्रम में जीते हुए तक चयन पूर्वक आस्वादन करते हैं।
जागृति पूर्वक अनुभव-मूलक विधि से मूल्यों के आस्वादन पूर्वक चयन करते हैं।
- बाबा श्री नागराज शर्मा के साथ संवाद पर आधारित (दिसम्बर २००८)
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