This blog is for Study of Madhyasth Darshan (Jeevan Vidya) propounded by Shree A. Nagraj, Amarkantak. (श्री ए. नागराज द्वारा प्रतिपादित मध्यस्थ-दर्शन सह-अस्तित्व-वाद के अध्ययन के लिए)
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Monday, February 8, 2010
जीवन में निहित न्याय-धर्म-सत्य की अपेक्षा की भरपाई होना ही दसों क्रियाओं के प्रमाणित होने के मतलब है.
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