अभिनन्दन है आप सभी का,
इस शुभ पावन अवसर पर।
जीवन हुआ प्रसन्न आप जो,
आये हैं इस अवसर पर॥
दूर गाँव से, पास घरों से,
चलकर आये हैं जो भी।
परिचय पा कर प्रसन्न हुए सब,
इस उत्सव के अवसर पर॥
आयु भेद हो, वंश भेद हो,
भिन्न-भिन्न स्थान भले हों।
सब समान हैं, मानव जीवन,
मित्र बनें इस अवसर पर॥
जीवन में हर पल उत्सव हो,
प्रयोजन से कार्य सभी।
नित्य उत्सव से ही मिलेंगे,
हम सब हर एक अवसर पर॥
- प्रदीप पूरक
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