This blog is for Study of Madhyasth Darshan (Jeevan Vidya) propounded by Shree A. Nagraj, Amarkantak. (श्री ए. नागराज द्वारा प्रतिपादित मध्यस्थ-दर्शन सह-अस्तित्व-वाद के अध्ययन के लिए)
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Saturday, February 13, 2010
अस्तित्व में प्रत्येक एक अपने त्व सहित व्यवस्था है, और समग्र-व्यवस्था में भागीदार है.
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