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Friday, March 11, 2016

संचेतनशीलता

"जो जितना संचेतनशील होता है, उतना ही वह अन्य की वेदना, संवेदना, संज्ञानीयता एवं स्थितिवत्ता के संकेत ग्रहण करता है, फलतः निराकरण के लिए प्रयास करता है." - श्री ए नागराज

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