This blog is for Study of Madhyasth Darshan (Jeevan Vidya) propounded by Shree A. Nagraj, Amarkantak. (श्री ए. नागराज द्वारा प्रतिपादित मध्यस्थ-दर्शन सह-अस्तित्व-वाद के अध्ययन के लिए)
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Monday, February 5, 2018
प्रमाण परम्परा स्वरूप में ही होता है
- श्रद्देय नागराज जी के साथ संवाद (जनवरी २००७, अमरकंटक)
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