बाबा श्री नागराज शर्मा ने अक्टूबर २५ १९९७ से अक्टूबर २७ १९९७ में चारामा, आन्वरी-आश्रम में जो उदबोधन किया था, उसको "जीवन विद्या - एक परिचय" नाम से एक पुस्तक में प्रकाशित किया गया। यहाँ वही उदबोधन क्रम से प्रस्तुत है। आशा है - यह सभी के लिए उपयोगी होगा।
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