प्रश्न: आपने लिखा है - "सत्य निरूपण कला की 'पूर्ण कला' तथा इससे भिन्न कला की 'अपूर्ण कला' संज्ञा है." निरूपण से क्या आशय है?
उत्तर: निरूपण का मतलब है - विश्लेषण. सत्य को अभिव्यक्त, संप्रेषित, प्रकाशित कर सकना ही पूर्ण कला है. कला का और कोई प्रयोजन नहीं है. अभी कला के नाम से जो लोग चिल्ला रहे हैं, उनका ध्यान दिलाने के लिए यह कहा है. किसी भी चीज़ को कला बता करके पवित्र शब्दों को अपवित्र कामों से जोड़ने का काम कर रहे हैं.
-श्रद्धेय नागराज जी के साथ संवाद पर आधारित (अगस्त २००७, अमरकंटक)
No comments:
Post a Comment