पदार्थ = पद भेद से अर्थ भेद को प्रकट करने वाली वस्तु
पदार्थावस्था में अनेक प्रजाति के परमाणुओं के रूप में अर्थ को व्यक्त किया. प्राणावस्था में अनेक प्रजाति की वनस्पतियों के रूप में अर्थ को व्यक्त किया। जीवावस्था में अनेक वंशों के रूप में अर्थ को व्यक्त किया। मानव में ज्ञान के आधार पर अर्थ को व्यक्त करना शेष है.
इस तरह पदार्थ की परिभाषा में चारों अवस्थाएं आती हैं.
- श्रद्धेय नागराज जी के साथ संवाद पर आधारित (मार्च २००८, अमरकंटक)
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