प्रश्न: ज्वार-भाटा को आप कैसे देखते हैं?
उत्तर: चन्द्रमा धरती का उपग्रह है. धरती चन्द्रमा को अपने साथ बनाये रखने में जो खुशहाली व्यक्त करता है - वही ज्वार-भाटा है. व्यवस्था के अर्थ में अस्तित्व को समझने के बाद ही यह सब स्पष्ट होता है. इससे पहले किसी को यह स्पष्ट होने वाला नहीं है.
प्रश्न: क्या यह गणितीय भाषा से नहीं बताया जा सकता?
उत्तर: यह जो बताया वह गुणात्मक भाषा है. गणितीय विधि से जो निकलता है, वह निकाल लेना. व्यवस्था को कारण-गुण-गणित के संयुक्त रूप में व्यक्त किया जाता है.
- श्रद्धेय नागराज जी के साथ संवाद पर आधारित (जनवरी २००८, अमरकंटक)
1 comment:
mathematically speaking, wave goes as higher ( jwar) = goes as lower (bhata)
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