This blog is for Study of Madhyasth Darshan (Jeevan Vidya) propounded by Shree A. Nagraj, Amarkantak. (श्री ए. नागराज द्वारा प्रतिपादित मध्यस्थ-दर्शन सह-अस्तित्व-वाद के अध्ययन के लिए)
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Monday, January 11, 2010
संवाद और गप-शप
वार्तालाप को किसी लक्ष्य या प्रयोजन के सिलसिले में नियंत्रित करने पर संवाद कहलाता है। लक्ष्य और प्रयोजनों से जुड़ा न हो, ऐसे वार्तालाप को गप-शप कहते हैं। संवाद की सार्थकता उसकी गम्य-स्थली (या लक्ष्य) से स्पष्ट होती है।
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