This blog is for Study of Madhyasth Darshan (Jeevan Vidya) propounded by Shree A. Nagraj, Amarkantak. (श्री ए. नागराज द्वारा प्रतिपादित मध्यस्थ-दर्शन सह-अस्तित्व-वाद के अध्ययन के लिए)
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Tuesday, December 15, 2015
नित्य-अनित्य ज्ञान
"नित्य-अनित्य ज्ञान के बिना मानव में स्व-धर्म निष्ठा नहीं पायी जाती है." - श्री ए नागराज
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